Is पोस्ट में ईमेल क्या है ईमेल के जनक और ईमेल में प्रयोग होने वाले प्रोटोकॉल आवक mail सर्विस प्रदाता कंपनी एवं 3मेल करते समय उसमें दिखने वाले ऑप्शन का महत्व एवं ईमेल के भाग कितने होते है संक्षिप्त में बताया गया है।

ईमेल:- ईमेल या इलॅक्ट्रॉनिक मेल या विपत्र एक इंटरनेट के माध्यम किसी कम्प्युटर या अन्य उपकरण से पत्र भेजने का एक तरीका है। एक ईमेल को भेजने के लिए एक ईमेल पते की आवश्यकता होती है जो यूजर-नेम और डोमेन नेम से मिल कर बना होता है। आमतौर इंटरनेट पर कई मुफ्त ईमेल सेवायें उपलब्ध हैं ईमेल को कंप्यूटर या मोबाइल, टैबलेट से भेजा जाता हैI
रे टॉमलिंसन को ईमेल सिस्टम का जनक कहा जाता है, और उन्होंने ARPANET के लिए दो कंप्यूटर सिस्टम के बीच एक संचार भेजा
ई-मेल आईडी उदाहरण स्वरूप username@email company से जुड़ा होता है यानी @ के पहले भाग को यूजर नेम और @ के बाद वाला जीमेल कंपनी का नाम होता हैI जिसको डोमेन नेम कहा जाता हैI
POP3 (Post office protocol 3):- इसका काम है, ईमेल को एक सर्वर यानी एक जगह से दूसरी ईमेल के Server तक ले जाना, एक बार ईमेल दूसरे उपभोक्ता Email Service Provider के पास पहुंच जाती है, यहा तक ही यह प्रोटोकॉल का काम रहता है।
IMPS (Internet message access protocol):- यह प्रोटोकाल मेल पहुंचने के बाद उस तक access करता है
कुछ लोकप्रिय वेब आधारित ईमेल सेवायें हैं
1-जी-मेल
2-याहू-मेल
3-रॅडिफ-मेल
4-हॉट-मेल
5-ई-पत्र
6-सिफी
7-इण्डियाटाइम्स
8-जपाक मेल
9-AOL मेल
E-mail भेजते समय निम्न ऑप्शन आते हैं
1- From, जो भेज रहा हैं उसका ईमेल लिखा जाता हैI
2- TO, जिसको भेजना उसका ईमेल लिखते हैI
3-Subject, ईमेल का विषय लिखा जाता हैI
4-CC ( Carban Copy),
5- Black Carban Copy)
6- Massage
7- अभिवादन
8- समापन
9- हस्ताक्षर
ईमेल के फायदे:-
1- Speed.
2- Convienance.
3- Sent of Attachment.
Accessibility.
5- On Record.
6- Unlimited.
7- Unlimited Time.
8-Unlimited Space.
9- Free Service.
10- Secure.
11- Security.
12- Quick Reply
13- Cheap.
ईमेल की हानि:-
1- Need of Internet Connection.
2-Limite of files size.
3- Limit of Files Format.
4- Spam Email.
5- Need of Device Etc Computer.
6- Need Knowledge of Digital Plateform.
Encryption