
फासले को अनुमान लगाने की जीडी के तरीके
6 तरीके है।
1- इकाई का तरीका:- इकाई के तरीके से 100 गज तक की निशानों की दुरी को 100-100 गज के हिस्सों में बटकर 400 गज का सही अनुमान लगा सकते है।
2- दिखाई का तरीका:- टारगेट का आकार तथा खाका देखकर फासले का अनुमान निम्न तरीके से लगा सकते है।
I- 200 गज बिल्कुल साफ दिखाई देता है।
II- 250 गज राइफल की फोरे साईट का ब्लेड/पोल एक निलिंग पोजीशन में बैठे जवान को कवर कर लेता है।
III- 300 गज पर चेहरा धुधला नजर आता है लेकिन पहचाना जा सकता है।
IV- 400 गज पर चेहरा पहचानना मुश्किल होता है, लेकिन ढांचा साफ नजर आता है, राइफल का फोरे साईट का ब्लेड /पोल खड़े जवान को कवर कर लेता है।
V- 500 गज बदन कंधे से निचे पतला नजर आता है लेकिन हाथ पव का हरकत नजर आती है।
VI- 600 गज सिर एक नुक्ता नजर आता है।
3- ब्रकेटिंग का तरीका:- ब्रकेटिंग का तरीका 600 गज से अधिक का फासले का अनुमान लगाने के लिए किया जाता है, देखने वाला एक निशान को अधिक से अधिक और कम से कम फासले का अनुमान लगता है फिर दोनों का औसत निकल ली जाती है, अधिक से अधिक और काम से कम अनुमान लगायी गयी दूरी के बिच में 300 गज या उससे ज्यादा का फर्क होना चाहिए।
4- की रेंज का तरीका:- लम्बे फासले का अनुमान लगाने में बहुत मददगार होता है, जैसे बिजली के खम्भे, टेलेफोन के खम्भे या मईल स्टोन की मदद से इसका अंदाजा लगाया जाता है।
5- सेक्शन एवरेज- इसमें सेक्शन के पुरे जवानों को टारगेट का फासला का अनुमान लगाने को बोला जाता है और अभी जवानों द्वारा लगाये गए अंदाज को एक साथ जोड़ कर फिर उसका एवरेज निकल दिया जाता है, असल से बहुत ज्यादा और बहुत कम बताने वाले जवानों का बताया हुवा दूरी इसमें सामिल नहीं करते है।
6- आवाज़ का तरीका:- हवा में आवाज का रफ्तार 1120 फीट/सेकेंड है जबकि लाइट का रफ्तार 1,86,000 मिल/सेकंड है, इसलिए लिए दुश्मन का हथियार का फ्लैश को देखते है यदि देखने वाला एक सेकंड में चार तक गिनती की रफ्तार से गिनती गिने उस फ्लैश की आवाज सुनाई देने तक जितनी गिनती करता है उतने ही सौ गज पर टारगेट है।फासले को अनुमान लगाने की जीडी के तरीके6 तरीके है।
1- इकाई का तरीका:- इकाई के तरीके से 100 गज तक की निशानों की दुरी को 100-100 गज के हिस्सों में बटकर 400 गज का सही अनुमान लगा सकते है।
2- दिखाई का तरीका:- टारगेट का आकार तथा खाका देखकर फासले का अनुमान निम्न तरीके से लगा सकते है।
I- 200 गज बिल्कुल साफ दिखाई देता है।
II- 250 गज राइफल की फोरे साईट का ब्लेड/पोल एक निलिंग पोजीशन में बैठे जवान को कवर कर लेता है।
III- 300 गज पर चेहरा धुधला नजर आता है लेकिन पहचाना जा सकता है।
IV- 400 गज पर चेहरा पहचानना मुश्किल होता है, लेकिन ढांचा साफ नजर आता है, राइफल का फोरे साईट का ब्लेड /पोल खड़े जवान को कवर कर लेता है।
V- 500 गज बदन कंधे से निचे पतला नजर आता है लेकिन हाथ पव का हरकत नजर आती है।
VI- 600 गज सिर एक नुक्ता नजर आता है।
3- ब्रकेटिंग का तरीका:- ब्रकेटिंग का तरीका 600 गज से अधिक का फासले का अनुमान लगाने के लिए किया जाता है, देखने वाला एक निशान को अधिक से अधिक और कम से कम फासले का अनुमान लगता है फिर दोनों का औसत निकल ली जाती है, अधिक से अधिक और काम से कम अनुमान लगायी गयी दूरी के बिच में 300 गज या उससे ज्यादा का फर्क होना चाहिए।
4- की रेंज का तरीका:- लम्बे फासले का अनुमान लगाने में बहुत मददगार होता है, जैसे बिजली के खम्भे, टेलेफोन के खम्भे या मईल स्टोन की मदद से इसका अंदाजा लगाया जाता है।
5- सेक्शन एवरेज- इसमें सेक्शन के पुरे जवानों को टारगेट का फासला का अनुमान लगाने को बोला जाता है और अभी जवानों द्वारा लगाये गए अंदाज को एक साथ जोड़ कर फिर उसका एवरेज निकल दिया जाता है, असल से बहुत ज्यादा और बहुत कम बताने वाले जवानों का बताया हुवा दूरी इसमें सामिल नहीं करते है।
6- आवाज़ का तरीका:- हवा में आवाज का रफ्तार 1120 फीट/सेकेंड है जबकि लाइट का रफ्तार 1,86,000 मिल/सेकंड है, इसलिए लिए दुश्मन का हथियार का फ्लैश को देखते है यदि देखने वाला एक सेकंड में चार तक गिनती की रफ्तार से गिनती गिने उस फ्लैश की आवाज सुनाई देने तक जितनी गिनती करता है उतने ही सौ गज पर टारगेट है।